सुनो जानी मानी
सुनो जानी मानी
एक स्त्री का कर्तव्य निभाती हूँ सुनो
छोड़ आई हूँ बाबुल का संसार सुनो !
प्यार का अपना वादा निभाना सुनो
यूॅं ही शिकवे गिले ताना बाना सुनो !
हक़ मुहब्बत का तुम भी निभाना सुनो
रूठ जाऊं कभी तो मनाना सुनो !
बेवजह बीच में फासले ना बनाना सुनो
गर खता हो गई मुझसे तो बताना सुनो !
ख्वाबों में आ तुम ना मुझे रुलाना सुनो
मेरी चाहत को ना तुम आजमाना सुनो !
प्यार से सारे नाते रिश्ते निभाना सुनो
मेरी ख़ामोशी के संग मेरी आवाज़ सुनो !
