सुँदरतम सौग़ात
सुँदरतम सौग़ात




परंपरा में गूंथ कर,
माथे तिलक लगायें।
मिट्टी मेरे देश की,
संस्कृति का पाठ पढ़ाये।।
गाँव -गाँव में बिखरी है,
सुँदरतम सौग़ात _
देश को सुंदर रखने हेतु,
आओ क़दम बढ़ायें।।
परंपरा में गूंथ कर,
माथे तिलक लगायें।
मिट्टी मेरे देश की,
संस्कृति का पाठ पढ़ाये।।
गाँव -गाँव में बिखरी है,
सुँदरतम सौग़ात _
देश को सुंदर रखने हेतु,
आओ क़दम बढ़ायें।।