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Ratna Kaul Bhardwaj

Inspirational

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Ratna Kaul Bhardwaj

Inspirational

कुछ बातें बस ऐसे ही!

कुछ बातें बस ऐसे ही!

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मांगते क्यों हो पुरानी बातों का हिसाब

ऐसे कभी नहीं निभते हैं रिश्ते जनाब

क्यों घूमते हो उनके दर पर दर- ब - दर

जो रखते हैं सिर्फ मलकियत का रुआब

मंजिलों की तलाश में अब और न भटक

हकीकत परखोगे तो कहां मिलेंगे जवाब

जब इल्म हो रंजिशें हैं, गर्द - ओ - गुबार है

एहतियात बरतो गर कांटों से भरे हो गुलाब

हम मसरूफ रहे और मसले खड़े होते गए

वफादारी के अलग ही है आजकल खिताब

ग़म ए आशिकी में न हो परेशान ए दिल

मेरी आंखों में गर कुछ है तो तेरा ही ख़्वाब.....



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