हर सुबह खिलता हुआ गुलाब तुम्हें भेजूंगी अपने इश्क में डूबा हुआ एहसास तुम्हें भेजूंगी। हर सुबह खिलता हुआ गुलाब तुम्हें भेजूंगी अपने इश्क में डूबा हुआ एहसास तुम्हें ...
खून के बदले, अब खून बहाना हमें कोई वार्ता अब बर्दाश्त नहीं खून के बदले, अब खून बहाना हमें कोई वार्ता अब बर्दाश्त नहीं
ये हवा तो हमें पीछे को लिए जाती हैं। ये हवा तो हमें पीछे को लिए जाती हैं।
युद्ध आज नहीं, युद्ध कल नहीं, युद्ध किसी मसले का हल नहीं है। युद्ध आज नहीं, युद्ध कल नहीं, युद्ध किसी मसले का हल नहीं है।
'काफ़िर' हम जैसे हैं, हमारा हाल अच्छा है। 'काफ़िर' हम जैसे हैं, हमारा हाल अच्छा है।
रिश्तों की हर ईट में रूहें बसी हुई हैं। तुम अपनो से दूर -दूर क्यों रहते हो।। रिश्तों की हर ईट में रूहें बसी हुई हैं। तुम अपनो से दूर -दूर क्यों रहते हो।।