ज्योति किरण

Inspirational

4.3  

ज्योति किरण

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पिता

पिता

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पिता हर हाल में जीता है,

बस परिवार की ख़ातिर। 

सभी की ख़्वाहिशों और बस,

ज़रा से प्यार की ख़ातिर।।

ज़रा-सी आँच भी अपनों को

इनके छू नहीं पाती

खड़ा है ढाल बन कर हर पिता

घर-द्वार की ख़ातिर।।

          


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