सुहानी बसंत ऋतु
सुहानी बसंत ऋतु
हे बसंत ऋतु तुम हर साल में बहुत बार आया करो !
अपनी मीठी मीठी बातों से मुझे हर बार हंसाया करो !
हे बसंत ऋतु तुम हर साल में बहुत बार आया करो !
मन में बसी है वो पिया संग बिताई हुई हसीन रातें !
मुझको देख कर हंस कर यू इतराया आया ना करो !
हे बसंत ऋतु तुम हर साल में बहुत बार आया करो !
कबी रूठ कर बैठ अगर मेरा पिया कभी मुझसे !
अपनी शीतलता चंचलता और लोरियों से मनाया करो !
हे बसंत ऋतु तुम हर साल में बहुत बार आया करो !

