स्त्री
स्त्री


स्त्री वो होती है, जो सिर्फ प्रेम करती है,
स्त्री किसी भी हाल में ,सब कुछ करने का प्रयत्न करती है
स्त्री ख़ुद पर भरोसा करती है,
उसमें ताकत होती है, सबको साथ लेकर चलने की,
जब कोई उसके विश्वास, ताकत और आत्मविश्वास पर शक करे,
तो वो अपने आपको कर्तृत्व सिद्ध करके भी दिखाती है,
स्त्री अपने हर दिन में अलग अलग किरदार निभाती है