स्त्री (हमेशा गलत कैसे)
स्त्री (हमेशा गलत कैसे)
स्त्री ने पुरुष को जन्म दिया
फिर स्त्री कमजोर कैसे ?
स्त्री ने घर को एकसुत्र मे बांधे रखा
फिर पुरुष मुखिया कैसे ?
स्त्री को पर्दे की बंदिशो मे रखा गया
फिर स्त्री चरित्रहीन कैसे ?
स्त्री की महावारी ने वंश वृद्धि मे योगदान दिया
फिर स्त्री अपवित्र कैसे ?
स्त्री ने पुरुष के समान अपना हक लेना चाहा
फिर स्त्री कुलक्षणी कैसे ?
स्त्री ने खुद को रीति रीवाज के बेडियो मे जकडा रखा
फिर स्त्री अनपढ ग्वार कैसे ?
स्त्री ने पुरुष का प्रेम पाने के लिए जिस्म सौपा
फिर स्त्री बेवफा कैसे ?
स्त्री ने पुरुष के लिए अपना घर छोडा
फिर स्त्री जायदाद मे से बेदखल कैसे ?
स्त्री ने हमेशा अपने परिवार की खुशी चाही
फिर स्त्री लालची कैसे ?
स्त्री ने खुद का महत्व खोकर
पुरुष के वजुद को बनाये रखा
फिर सरनेम पुरुष का कैसे ?