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Kusum Lakhera

Classics Fantasy Inspirational

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Kusum Lakhera

Classics Fantasy Inspirational

सपनों के कमल

सपनों के कमल

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इन झील सी नीली आँखों में 

सपनों के कमल खिलने दो !

जो है लक्ष्य जीवन का तुम्हारा

उसको अवचेतन में पलने दो !


जो है उत्साह का भाव उसे

अपने कर्म भाव से निखरने दो !

माना कि धूप बहुत है आज

पर तुम खुद को थोड़ा जलने दो !


कई बार संघर्ष की घड़ियों में

घनघोर उदासी छाएगी

कई बार विपत्ति चहुँ ओर से दुःख को लाएगी !

ऐसी विकराल परिस्थितियों में भी,

अपने विश्वास के भाव को न ढलने दो !


तुम हो परम् आत्मा का ही अंग

अपने साहस को किसी भी कीमत पर न टलने दो !

सपने केवल सपने नहीं वह सच्चाई है कल की 

तुम संघर्ष लगन मेहनत के बल से

 उन्हें सत्य में ढलने दो 


आशा का दामन न कभी छोड़ो इस आशा की

उजली किरन को अपने भीतर फलने दो !

सपने हैं तो आशा है आशा है तो जीवन है 

इस भवसागर में सपनों की नाव को चलने दो !


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