Avinash Mishra
Romance
तू सच थी या कोई सपना।
क्यों नहीं हो सकी अपना।।
क्यों तोड़ दिया हर सपना।
तुझ में ही था जहां अपना।।
हर महफिल में तू थी अपनी।
फिर क्यों छोड़ चली तन्हा।।
जग में किसको कहूं अपना।
अपनों का संग हो गया सपना।।
Avinash
बेटियां अनमोल...
सवालों से घिर...
यूं ही ख्याल ...
सपना या सच
जिंदगी का अहस...
मुझे याद है
मेरे हर ख्याल...
मैं समय हूं
जाना है खाली ...
ठहरा वक्त
तुम्हें पाया तो ये जाना, तुम्हीं मेरी वो तमन्ना थी। तुम्हें पाया तो ये जाना, तुम्हीं मेरी वो तमन्ना थी।
जब कोई लाइफ में आता है तो जिंदगी कैसे संवर सी जाती है, जब कोई लाइफ में आता है तो जिंदगी कैसे संवर सी जाती है,
भूल गया रामायण को जमाना, जिधर देखो महाभारत और लड़ाई देखी। भूल गया रामायण को जमाना, जिधर देखो महाभारत और लड़ाई देखी।
अपने सिद्धांतो पर चल कर ही आगे बढ़ने वाले हम । अपने सिद्धांतो पर चल कर ही आगे बढ़ने वाले हम ।
ओ गुंजन करते भौंरे बता, मुझे हो सकता क्यों प्यार नहीं, ओ गुंजन करते भौंरे बता, मुझे हो सकता क्यों प्यार नहीं,
उसके लिए भी तो ! एक दूजे का साथ ही चाहिए ! उसके लिए भी तो ! एक दूजे का साथ ही चाहिए !
अगर है इजाजत तो, तुम पर लिखा एक प्रेम गीत तुम्हें सुनाऊँ क्या? अगर है इजाजत तो, तुम पर लिखा एक प्रेम गीत तुम्हें सुनाऊँ क्या?
तलाश में मैं तो निकला हूँ ज़िन्दगी की अब कभी बेवज़ह भी तो अच्छा दिखाई देता है। तलाश में मैं तो निकला हूँ ज़िन्दगी की अब कभी बेवज़ह भी तो अच्छा दिखाई देता है।
इंतज़ार अब ये बढ़ती जा रही "आम्री" ना रैन बिता चांद आने की उलझन में। इंतज़ार अब ये बढ़ती जा रही "आम्री" ना रैन बिता चांद आने की उलझन में।
जब कभी उसके रूबरू हुआ आवाज़ को ना जाने क्या हुआ जब कभी उसके रूबरू हुआ आवाज़ को ना जाने क्या हुआ
आपकी दिलकश मुलाकातों की नींव जीने का सहारा बना लिया है आपकी दिलकश मुलाकातों की नींव जीने का सहारा बना लिया है
शायरी बन गयी मेरी हमदम, अब ग़ज़ल ही मेरा सहारा है। शायरी बन गयी मेरी हमदम, अब ग़ज़ल ही मेरा सहारा है।
हमने तो तुम्हें दिल से चाहा है सनम ये दिल सिर्फ तुम्हारे लिए धड़कता है। हमने तो तुम्हें दिल से चाहा है सनम ये दिल सिर्फ तुम्हारे लिए धड़कता है।
ए शमा तुझ पे ये परवाना तुझ पे ये परवाना। ए शमा तुझ पे ये परवाना तुझ पे ये परवाना।
रातों की नींद ,दुपहरी का चैन हो। कैसे कहूँ क्या हो तुम ... रातों की नींद ,दुपहरी का चैन हो। कैसे कहूँ क्या हो तुम ...
कुछ तो खोए रहना और कुछ तो खो ही जाना कुछ तो खोए रहना और कुछ तो खो ही जाना
ना ना न कहो, मैं हाँ समझ लूंगा नज़रें न झुकाओ मैं हाँ समझ लूंगा।। ना ना न कहो, मैं हाँ समझ लूंगा नज़रें न झुकाओ मैं हाँ समझ लूंगा।।
बैठे रहे इंतजार में पलकें खुली लिए ख्वाब आते भी तो कैसे आते। बैठे रहे इंतजार में पलकें खुली लिए ख्वाब आते भी तो कैसे आते।
तेरी तस्वीर को सीने से लगा रखा है। तेरी तस्वीर को सीने से लगा रखा है।
मध्य माथे चमके टेसू सा। नायाब रत्न चमकीला सा। मध्य माथे चमके टेसू सा। नायाब रत्न चमकीला सा।