यूं ही ख्याल आया
यूं ही ख्याल आया
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बैठे-बैठे यूं ही ख्याल आया
मेरी जिंदगी में ये कौन आया।
ये कड़ी धूप है या घना साया
कोई अपना है या कोई पराया।
कानों में किसने ये फुसफुसाया
तू सच है या कोई छिपी माया।
संगमरमर की मूरत या काया
किसने फुरसत से तुझे बनाया।