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Avinash Mishra

Abstract

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Avinash Mishra

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सवालों से घिरी जिंदगानी

सवालों से घिरी जिंदगानी

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बातों-बातों में तुमने क्या कह दिया

कानों में मिश्री सा रस घोल दिया।


मेरे ख्यालों-बातों में तेरी कहानी है

तेरे साथ गुजारा लम्हा याद जुबानी है।


तेरी-मेरी यूं हर बात बहुत पुरानी है

फिर भी आज लगती नई कहानी है।


तुझसे मिलकर हर सुबह सुहानी है

यादों की लहरों पर मौजों की रवानी है।


तेरी-मेरी प्यार भरी एक अजब कहानी है

फिर भी कई सवालों से घिरी जिंदगानी है।


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