Nir Anand
Romance
तेरे मेरे प्यार का छूटा, इधर से बाण
जहाँ पर वो गिरा, वहाँ मिली है सोने की खान!
कामवासनाओं का...
त्रिगुणवारी
बचपन की डोर
सोने की खान
कोरोना
मन के चार खंड
विपश्यना
उदय हुआ धरम क...
अब तो बिन फेरे हम तेरे जानम, दुनिया से होके बेखबर। अब तो बिन फेरे हम तेरे जानम, दुनिया से होके बेखबर।
मिला ना मुकद्दर को इन्साफ तो क्या बिन फेरे हम तेरे। मिला ना मुकद्दर को इन्साफ तो क्या बिन फेरे हम तेरे।
हम दोनों है एक ही बिन फेरे हम तुम्हारे। हम दोनों है एक ही बिन फेरे हम तुम्हारे।
मैं मन कोई अभागिन नहीं, मेरे सिर पे है स्वामी का साया। मैं मन कोई अभागिन नहीं, मेरे सिर पे है स्वामी का साया।
आत्मा में बसा चैतन्य प्रेम बयां कर ही देता है तेरा मेरा रिश्ता। आत्मा में बसा चैतन्य प्रेम बयां कर ही देता है तेरा मेरा रिश्ता।
तेरे इन्तज़ार का अंज़ाम, ताउम्र लाज़िमी है दर्द तेरे लिए सहने में। तेरे इन्तज़ार का अंज़ाम, ताउम्र लाज़िमी है दर्द तेरे लिए सहने में।
मैने हालातों को वक्त के हवाले कर दिया है इसलिए जो है जैसा है उसे वैसे ही रहने दो मैने हालातों को वक्त के हवाले कर दिया है इसलिए जो है जैसा है उसे वै...
मगर प्रकृति का यह संचालन मेरे वश में कहां ? मगर प्रकृति का यह संचालन मेरे वश में कहां ?
न था गवाह न भीड़ न अग्नि हवन रे। फिर भी बिन फेरे हम तेरे मन के समर्पण में ही बीते जीवन रे। बिन फ... न था गवाह न भीड़ न अग्नि हवन रे। फिर भी बिन फेरे हम तेरे मन के समर्पण में ही ...
प्रेमी अपनी माशुका से, तुम कैसे मिली मुझे यह बतलाता है बडे ही अनोखे अंदाज में... प्रेमी अपनी माशुका से, तुम कैसे मिली मुझे यह बतलाता है बडे ही अनोखे अंदाज में...
हँसते मिलते संग जाति कुल प्रेम न देखत। हँसते मिलते संग जाति कुल प्रेम न देखत।
गिरते हुये सम्भलते हुये एक दूसरे में खोये खोये। गिरते हुये सम्भलते हुये एक दूसरे में खोये खोये।
पति पत्नि का रिश्ता अटूट विवाह नहीं वो पावन तीर्थ पति पत्नि का रिश्ता अटूट विवाह नहीं वो पावन तीर्थ
पहुंच गया है समय आज तो, लिवइन के गलियारों में। पहुंच गया है समय आज तो, लिवइन के गलियारों में।
ऐसा न कभी सोच कि तुझे भुला दिया की तुझे भुला दिया। ऐसा न कभी सोच कि तुझे भुला दिया की तुझे भुला दिया।
"बिन फेरे हम तेरे"दोहराता यही बार-बार मेरा मन। "बिन फेरे हम तेरे"दोहराता यही बार-बार मेरा मन।
ताटंक छंद आधारित गीत ताटंक छंद आधारित गीत
बिन फेरे हम तेरे। बिन फेरे हम तेरे।
आँखों की नमी तेरी सब बयां कर जाती है। रूठा ना करो जान आँखों की नमी तेरी सब बयां कर जाती है। रूठा ना करो जान
यह तो कच्चे धागे है जो कभी भी है टूट जाते। यह तो कच्चे धागे है जो कभी भी है टूट जाते।