सोलहवां दिन...
सोलहवां दिन...
प्रिय डायरी,
सोलहवां दिन
आज दिन भर में बहुत सी चीजें हुई
एक तरफ कोरोना दिन ब दिन बढ़, फैल रहा है
हालात काफी गंभीर होते जा रहे हैं
कुछ भी समझ में नहीं आ रहा है
कल मैम से बात की थी, उन्होंने दिए हुए कार्य को पूरा किया
आज फिर उनसे बात की उन होने आगे क्या करना है उसके बारे में बताया
जानती हू उन्होंने मेरी भलाई के लिए ही कहा है पर
मेरे लिए चीजें जितनी आसान दिखती है उतनी है नहीं
उपर से उनका मेरे उपर का विश्वास बहुत है कि उनके शब्द के खिलाफ तो मैं बिल्कुल नहीं हूँ
थोड़ा कठिन हो पर खुद को संभाल लूंगी।
