सनम
सनम
कभी सनम ए फबन को देखते है
गुंचा ए लब ए दहन को देखते है
आतिश ए शमअ में जलते हुए
शोला ए जौ फिगन को देखते है
शब ए विशाल ए रोज़ तिर्गियो में
हुस्न ए हूर ए ज़मन को देखते है
वीराना ए दिल ओ बयाबा ए अक्ल
लाला ए गुल ए गुलशन को देखते है
दास्तां ए लैला ओ मजनू में हसन
अक्श ए हम सुखन को देखते है

