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Praveen Gola

Romance

3  

Praveen Gola

Romance

संदेश

संदेश

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ये धड़कनें गर रुक गईं एक बार ,

तो सोचो क्या होगा ?

ना हम कभी संदेश में होंगे ,

ना तुम्हारा संदेश बजा होगा।


तुम राह तकोगे तब मेरी ,

संदेश से खबर आने की ,

मैं अंतिम पल खबर दे ना सकूँगी ,

अपने बिखर जाने की।


ये लुका - छुपी का खेल अपना ,

तब बड़ा महंगा होगा ,

जब चोरी से दो धड़कते दिलों के ,

राज का पर्दाफाश होगा।


मैं पल - पल ये दुआ मनाती ,

हम दोनो का इश्क यूँ ही जवां रहे ,

ना मिलने का कोई गम नहीं ,

पर बिछड़ने की ना सज़ा मिले।


इसलिये इन संदेशों के ज़रिये ,

कभी थोड़ा मुस्कुराया करो ,

क्या पता कब ये पल छिन जायें ,

इनपर अपना अधिकार जमाया करो।



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