संचय
संचय
मुस्कुराते पति के
बटुए का वज़न कम
झेंपती पत्नी का रहना नरम
संचय का नया रूप है
पत्नी जो इकट्ठा करती
क्या खुद के लिए ?
नहीं ! जब आता वक्त
इसी पैसे की गठरी खोल देती
परिवार के लिए
अपने संसार के लिए
तभी तो वजन हो चाहे कम
बटुए का
पति मुस्कुराता ही रहता है
हमेशा।
