समाज किधर जा रही है
समाज किधर जा रही है
कभी देश के लिए
काम किए हो कि नहीं
देशवासियों की भलाई
सोचे हो की नहीं
पर जोर से
भारत माता की जय।
गला फाड़ कर
जय श्री राम स्लोगान
बोलने पर
तुम देशभक्त गिने जाओगे।
देश की सम्पति को
नष्ट करने पर भी
अपने देश के खिलाफ
षड़यन्त्र रचने पर भी
भारत माता की जय
जोर से बोलो।
तुम्हारी सभी तरह की पापें
एक पल में मिट जायेगी
पर अपने अधिकार की बातें
बोलने पर
तुम माऊवादी गिने जाओगे।
धर्म की कुरीतियों
का विरोध करोगे तो
समाज में हो रहे
अत्याचार के विरोध में
आवाज उठाओगे।
मनुवाद के खिलाफ
बात कहोगे तो
तुम्हें देशद्रोही कहे जायेगें
उग्रवादी कहकर
बंदूक के सामने किया जायेगा।
हाय भगवान
देश किधर जा रही है
समाज किस मुहाने पर
पहुंच गयी है।
