शीर्षक - ऋतुवसंत का आगमन
शीर्षक - ऋतुवसंत का आगमन
माघ मास की शुक्ल पंचमी
हुआ ऋतु वसंत का आगमन।
संगीत ,कला और स्वर की देवी
मां वीणा वादिनी का कर के पूजन
हुआ ऋतु वसंत का आगमन।
अमुवा के पेड़ पे लद गई बौरें
खिल उठे पलाश के फूल ।
कुक रही कोयल मतवाली
उठे जिया में प्रीति की हिलोर।
हुआ ऋतु वसंत का आगमन
ओढ़ ली धरा ने धानी चुनर
अंग अंग में छाया नवयौवन।
ज्यों पिय के मिलन को आतुर हो
सज रही हो जैसे नई दुल्हन
हुआ ऋतु वसंत का आगमन।
