I am kamini soni from jabalpur i aspire to become a writer
अपने अपनों के रंग में रंगने आज चल पड़े। अपने अपनों के रंग में रंगने आज चल पड़े।
घर के द्वारे पर बैठ बैठ कर सचिन तिहारी बाट निहारूँ। घर के द्वारे पर बैठ बैठ कर सचिन तिहारी बाट निहारूँ।
सज रही हो जैसे नई दुल्हन हुआ ऋतु वसंत का आगमन। सज रही हो जैसे नई दुल्हन हुआ ऋतु वसंत का आगमन।
राग की सरगम छेड़ते हो जब दीप दिलों में जलते हैं। तान अलाप जो लेते हो जब मन में घुंघरू बजते हैं।। राग की सरगम छेड़ते हो जब दीप दिलों में जलते हैं। तान अलाप जो लेते हो जब मन मे...
खेत हो गए सब हरे भरे ओढ़ पीली-हरी चुनरियां। खेत हो गए सब हरे भरे ओढ़ पीली-हरी चुनरियां।
नव संकल्पों से नव जीवन की शुरुआत करें। नव संकल्पों से नव जीवन की शुरुआत करें।
दुख के बादल हँस के काटे सुख की फुहार में संग भीगे सजना। दुख के बादल हँस के काटे सुख की फुहार में संग भीगे सजना।
खाली पेट न कोई सो पाए। खाली पेट न कोई सो पाए।
दुख के बादल हंस के काटे सब की फुहार में संग भीगे सजना। दुख के बादल हंस के काटे सब की फुहार में संग भीगे सजना।
अवांछित द्रव्यों से भर दिया। अवांछित द्रव्यों से भर दिया।