शांति
शांति
शांति एक ईश्वरीय गुण है।
यह आत्मा का गुण है।
यह लालची व्यक्तियों के पास नहीं रह सकता।
यह शुद्ध हृदय को भर देता है।
यह स्वार्थी लोगों से दूर भागता है।
यह एक परमहंस का आभूषण है।
शांति शांत अवस्था है।
यह अशांति, चिंता, आंदोलन,
हिंसा के दंगे से मुक्ति है।
यह सद्भाव, मौन, शांति, विश्राम है।
विशेष रूप से, यह युद्ध की
अनुपस्थिति या समाप्ति है।
शांति मनुष्य की सुखी,
स्वाभाविक अवस्था है।
यह उनका जन्मसिद्ध अधिकार है।
युद्ध उसका अपमान है।
हर कोई शांति चाहता है और
शांति के लिए शोर मचा रहा है;
लेकिन शांति आसानी से नहीं मिलती।
अगर आ भी जाए तो ज्यादा दिन टिकता नहीं है।
शांति का एक गोल्डन रूल है जो कहता है कि "दूसरों
के साथ वैसा ही व्यवहार करें जैसा आप
चाहते हैं कि वे आपके साथ व्यवहार करें।"
यह एक गोल्डन रूल है जो संदेश सरल,
सार्वभौमिक और शक्तिशाली है और मानव इतिहास में
सबसे प्रचलित और सार्वभौमिक नैतिक सिद्धांत है।
