STORYMIRROR

Dr pratap Mohan Bhartiya Bhartiya

Action

4  

Dr pratap Mohan Bhartiya Bhartiya

Action

सौहार्द

सौहार्द

1 min
260

सौहार्द्र  

सौहार्द्र प्रेम है, अपनापन है 

दोस्ती है,भाई चारा है

स्नेह है, आपसी मित्रता है

और हमारे ह्रदय की धड़कन है

      

अगर हमारे देश से

जातिगत व्यवस्था 

और परम्परागत धर्म 

हट जाए

तो हमारा देश 

साम्प्रदायिक सौहार्द्र 

की मिसाल बन जाए

      

पहचानों अपनी खामियों को

पहचानों सामनें वाले की खूबियों को

जिस दिन ऐसी सोच लाओगे

सचमुच सौहार्द्र की मूर्ति बन जाओगे

      

हर धर्मावलम्बी अपनी-अपनी 

समस्यांओं में उलझा रहता है

सौहार्द्र की बातें तो है सबकी जबान पर

मगर कोई पहल नहीं करता है

       

जब तक देश में 

साम्प्रदायिक सौहार्द्र कायम रहेगा

देश में शांति,अमन 

और भाईचारा हमेशा छाया रहेगा

      

जैसे खेत के लिये

खाद जरूरी है 

उसी प्रकार मनुष्य की 

प्रगति के लिये सौहार्द्र 

जरूरी है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Action