पेंटिंग बायफास्ट मैन जॉनसन
पेंटिंग बायफास्ट मैन जॉनसन
तूफान आया है तो चला भी जाएगा।
समय का फेर है समय बदल भी जाएगा।
मिलती है मंजिलें तूफानों को पार करने के बाद।
बरस कर यह बादल रुक भी जाएगा।
यदि मैं थक गई तो यह पल फिर ना आएगा।
यदि मैं थम गई तो मंजिल का रास्ता कैसे आएगा।
बस थोड़ा सा सफर और बचा है,
अंधेरा कितना भी हो घना
जब आएगा सूरज तो भला वह कैसे टिक पाएगा।
इसलिए जरूरी है आगे कदम बढ़ाना क्योंकि
हर अंधेरे के बाद सवेरा जरूर आएगा।
यह समय ऐसा है कि
कर लिया मैंने पार तो मेरे जीवन में एक अनुभव और बढ़ जाएगा।
