सौ जन्मो का साथ अपना
सौ जन्मो का साथ अपना
सौ जन्मो का साथ अपना
साँस का धड़कन के जैसे
आस का जीवन के जैसे
बादल का गगन के जैसे।
थामो तुम हाथ अपना
श्याम की जोगन के जैसे
हाथ में कंगन के जैसे
प्यास में सावन के जैसे।
सौ जन्मो का साथ अपना
रूप का दर्पन के जैसे
भक्त को भगवान के जैसे
मंत्र का हवन के जैसे।
खुशबू का मधुबन के जैसे।

