सैनिकों को नमन
सैनिकों को नमन


हे सैनिकों! तुम को नमन करती हूं मैं मन प्राण से,
जलता रहे दीपक हृदय में, सिर झुके सम्मान से,
प्राण की बाजी लगाकर, रक्त से सींचा धरा को,
है तुम्हारा कर्ज़ हम पर, तुम ने जीता है जहां को,
अब नहीं मंज़ूर है, सौदा तुम्हारी जान से,
जलता रहे दीपक हृदय में, सिर झुके सम्मान से,
तुम को क्या मालूम किसने क्या-क्या अपना खो दिया,
माँ ने खोया लाल को, बेटे ने साया खो दिया,
पत्नी तेरी राह में पलकें बिछाए थी कभी,
क्या पता था आएगा तूफान जीवन में अभी,
अब तुम्हारे शौर्य को जाया ना होने देंगे हम,
है कसम ऊँचा तिरंगा लहराएगा शान से,
हे सैनिकों! तुमको नमन करती हूं मैं मन प्राण से,
जलता रहे दीपक हृदय में सिर झुके सम्मान से।