खो न दूँ कोई भी लम्हा तेरे बिना वो पल मुझे मंज़ूर नहीं। हो न दूर मुझसे वो पल भी मुझे मंज़... खो न दूँ कोई भी लम्हा तेरे बिना वो पल मुझे मंज़ूर नहीं। हो न दूर मुझसे वो...
मेरी रज़ा भी तो पूछ मेरी रज़ा भी तो पूछ
शासक सत्ता के मद में हैं सब झूम रहे, अपना एटम बम लेकर के सब फूल रहे। शासक सत्ता के मद में हैं सब झूम रहे, अपना एटम बम लेकर के सब फूल रहे।
दिल के छुपे अरमान परिंदों को है सुनाने दिल के छुपे अरमान परिंदों को है सुनाने
मंजूर नहीं था मुझे बदल जाना। मंजूर नहीं था मुझे बदल जाना।
है मंज़ूर मुझे कर्ज़दार हो जाऊँ। है मंज़ूर मुझे कर्ज़दार हो जाऊँ।