Sarita Kumar

Romance

4  

Sarita Kumar

Romance

याराना

याराना

1 min
343


मंजूर नहीं था मुझे 

बदल जाना 

वक्त , हालात

और मौसम के साथ 

इसलिए मैं अभी तक वहीं हूं

और मुझे 

आप मंजूर हैं 

क्योंकि 

आपको भी कहां मंजूर हुआ 

खुद को बदलना .............?

सदियों से रोक रखा है वक्त को 

अभी तक यथावत है 

वो तमाम बातें ........

बात बात पर रूठना 

बिगड़ जाना 

हो जाना मुझसे खफा 

और जब ....

मेरी जान पर कोई आंच आए 

तो सबसे पहले कूद जाना 

मुझे बचाना और बिन कुछ बोले लौट जाना ..... 

रूठना अपनी जगह बरकरार रखना 

और मेरी जिंदगी में आए हर दर्द चुन लेना 

कसम से देखा नहीं अभी तक आपके जैसा याराना।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance