एहसास ए नदामत मैं और तुम मक्का मदीना मैं और तुम क़ाबा के तवाफ़ मैं और तुम एहसास ए नदामत मैं और तुम मक्का मदीना मैं और तुम क़ाबा के तवाफ़ मैं और तुम
दुआ करों तुम की अब ये ख़त्म बीमारी हो जाए . दुआ करों तुम की अब ये ख़त्म बीमारी हो जाए .
है मंज़ूर मुझे कर्ज़दार हो जाऊँ। है मंज़ूर मुझे कर्ज़दार हो जाऊँ।
तुम्हें एक नज़र देखते ही जानते हो न इबादत हो जाती है मेरी, कलमा है तुम्हारी आँखों की क तुम्हें एक नज़र देखते ही जानते हो न इबादत हो जाती है मेरी, कलमा है तुम्हारी आ...