सावन का मौसम
सावन का मौसम
सावन पावन लगता ऐसे
जैसे फसलें हैं लहराये।
गिरने लगी रिमझिम फुहारें
हिलकोरे भर मन में पावन
हरा भरा मौसम अलबेला
सजनी सावन है मनभावन
बहका बहका सा मौसम ये
बावरा मन ये गुनगुनाये।
सावन पावन लगता ऐसे
जैसे फसलें हैं लहराये।
भाये न मन को कुछ भी
प्रीतम की वो याद सुहानी
किताब में रखी गुलाब मिली
तुमने जो दी बनी निशानी
आओ कजरी तीज मनाये
सखी सावन के गीत गाये।
सावन पावन लगता ऐसे
जैसे फसलें हैं लहराये।
