"सांगी नेकीराम"
"सांगी नेकीराम"
1)
दादा नेकीराम की, देख पुण्यतिथि आज।
सांगो का सम्राट था, सभी करै थे नाज।
सभी करै थे नाज, अंदाज घणा निराला।
घणा गजब सुरताल, बताया सांगी आला।
गाँव जैतड़ावास, दिखाया अपणा मादा।
सांगी बेड़ा खास, राखते नेकी दादा।
2)
नेकी आले सांग म्ह, दीखै थे संस्कार।
एक साथ सभ बैठकै, देखै घर परिवार।
देखै घर परिवार, सांग जो नेकी ठावै।
भजन रागनी गीत, सभी के मन नै भावै।
कहै 'भारती' देख, सांग म्ह पाड़ै चाले।
चेले चारूं कूण, नाचते नेकी आले।
3)
सांगी नेकीराम ने, करे गजब के सांग।
खूब रचे वो सांग थे, लोग करै जो मांग।
लोग करै जो मांग, रागनी वैसी गाई।
बीती ज्यूँ ज्यूँ रात, आवाज गगन चढ़ाई।
कहै 'भारती' खूब, रागनी ऊंची टांगी।
सांगों के सम्राट, थे नेकीराम सांगी।
4)
गजब सितारा सांग का, सांग करण का काम।
सांगी बड़ा महान था, कहते नेकीराम।
कहते नेकीराम, सांग का बेड़ा ठाया।
सामदा महाराज, गुरुजी खास बणाया।
कहै 'भारती' नाम, जगत म्ह करगा न्यारा।
नेकी था सरताज, सांग का गजब सितारा।
5)
चोखी गाते रागनी, होती जैसी मांग।
करते नेकीराम थे, घणे गजब का सांग।
घणे गजब के सांग, लोग वाह वाह करते।
साजिंदे थे कमाल, ताल सुर मीठे भरते।
नाचणिये थे कसूत, सांग म्ह रंग जमाते।
सांगी नेकीराम, रागनी चोखी गाते।
6)
म्हारा न्यारा मास्टर, सांगी था वो खास।
नाम नेकीराम सुणा, गाम जैतड़ावास।
गाम जैतड़ावास, देश म्हं नाम कराया।
लिखकै चोखे सांग, हिन्द केसरी कहाया।
कहै भारती सांग, करे ल्ये ल्ये चटखारा।
नेफा अर नेपाल, गया था सांगी म्हारा।
