साड़ी पायल झुमका और चूड़ियां
साड़ी पायल झुमका और चूड़ियां
सुहागिनों वाली लाल साड़ी डालकर,
सनम तुम देवी के समान लगती हो।
हाथों में खनकती रंग-बिरंगी चूड़ियां,
ऊपर से हाय तुम्हारे कानों के ये झुमके।
पैरों पर पायल की छम-छम करती झंकार,
हर पगला-दीवाना इन पर दिल जाता हार।
इनका सबने मिलकर लूटा चैन और आराम।
सबने कर दिया देखो कैसे मेरा जीना दुश्वार।

