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सीमा शर्मा सृजिता

Inspirational

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सीमा शर्मा सृजिता

Inspirational

रूक सकता है युद्ध

रूक सकता है युद्ध

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युद्धरत देशों के सैनिकों की

 प्रेमिकाओं और पत्नियों 

तुम बिछा दो अपने प्रेम का जाल 

फंसा लो अपनी घनी लटाओं में 

छुपा लो अपनी कोमल बाहों में 

बनाकर अपने लबों को सुरायें 

कर दो उनको मदहोश 

इतना मदहोश 

कि वे चाहकर भी सुन न सकें 

तुगलकी फरमान

तुम बचा सकती हो

सड़कों को रक्तरंजित होने से 

अनगिनत मासूमों को यतीम होने से 

तुम बचा सकती हो 

कितने ही खानदानों के कुलदीपक 

तुम बचा सकती हो उन नवजातों को 

जिन्होंने खोली हैं अभी अभी आंखें 

जानती हो ना! 

युद्ध लाता है तबाही 

प्रेम लाता है मुस्कराहट

वो बिखेर दें हर गली मौहल्ले में 

बारूद 

और गूंजने लगे करूण स्वरों से 

समस्त आसमान 

उससे पहले तुम बिखेर दो 

मुहब्बत की खुशबुयें 

इससे पहले कि युद्ध जीतें जायें 

तुम जीत लो उन्हें 

और रोक लो 

तुम्हारे सैनिकों को रोकने से 

रूक सकता है युद्ध........ 

       


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