STORYMIRROR

Kawaljeet GILL

Romance

4  

Kawaljeet GILL

Romance

रोते रोते

रोते रोते

2 mins
307

जानते है हम एक दूजे के दिल का हाल

फिर भी खामोश खामोश से है हम दोनों,

दुनिया भर की बातें करते है हम आज भी

पर जो कहना होता है वो नहीं कहते।


यह ही तो प्यार की है मजबूरियाँ हमारे दरमियान

जान कर भी है अनजान हम,

जाने क्यों है चुप चुप हम दोनों जाने क्यों

खामोशी हम दोनों तोड़ते नहीं है।


हमारे अपने ही बन गए दुश्मन जीवन की राहों पर,

प्यार हमारा दोस्ती हमारी बन गयी सजा हमारे लिए,

जाने कौन सा गुनाह हो गया एक दूजे का साथी बन कर,

जो हर पल लगता है कि जीवन का ही त्याग कर दे।


जब भी दर्द हद से ज्यादा देते है ये अपने आँखों से आँसू बहते हैं,

क्या कहे इन अपनो से जो अपने ही स्वार्थ में अंधे हुए हैं,

अपनी खुशियां इन को नजर आती है किसी और की परवाह कहाँ,

बस ये अपने खुश होते हैं हम को गम देकर हमको रुलाकर,


रोते रोते कब हम सो जाते हैं ख्वाबो में खो जाते हैं,

मिलना तकदीर में नही शायद हमारे ,

पर ख्वाबों में ही आकर तुम इस रोते हुए

चेहरे पर खुशियों की बौछार कर देते हो,

तुमारी बातें तुम्हारा साथ जीने की तमन्ना दे जाता है।


हर आँसू भी फिर हम को मोतियो सा लगता है,

भूल जाते है हर गम अपना तेरी बाहों का जब सहारा मिलता है,

तुम वो मसीहा हो मेरे जो मुझे हँसना सीखा जाते हो,

रोते रोते भी हम हँस पड़ते हैं जब तेरी बातें याद आती है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance