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Meenakshi Gandhi

Abstract

4.5  

Meenakshi Gandhi

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रंगों और उमंगों की होली

रंगों और उमंगों की होली

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आज त्योहार है रंगों का,

 हम भी इन रंगों में रंग जाए,

गिले-शिकवे को भूल हम सब,

आओ एक रंग में रंग जाए।।


हर रंग की अपनी एक विशेषता,

तभी यह हमारे मन को भाए,

 रंगों को देखते ही,

मन बस खुशियों से ही भर जाए।।


 पीला रंग प्रतीक प्रकाश का,

 मन से हर अंधकार मिटाएं,

 सूर्य के प्रकाश की भांति,

जग में ज्ञान को फैलाए।।


 नारंगी रंग प्रतीक साहस का,

 हम में एक उत्साह जगाये,

ऐसी शक्ति इस रंग मे,

 सकारात्मक ऊर्जा लाए।।


 लाल रंग प्रतीक प्रेम का,

सबकी आंखों में बस जाए,

 हर शुभ कार्य मंगल हो,

 ऐसी अपनी उर्जा फैलाएं।।


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 हरा रंग जुड़ा प्रकृति से,

 जीवन में बसंत ले आए,

 ज्ञान का प्रतीक ये रंग,

जीवन से पतझड़ मिटाएं।।


 नीला रंग जल से जुड़ा है,

जीवन की गतिशीलता दर्शाए,

जो इस रंग की महिमा जाने,

जीवन में आगे बढ़ता जाए।।


सफेद रंग जुड़ा पवित्रता से,

 शुद्धता का अनुरूप कहलाए,

इस रंग को अपनाने से,

मन में शांति छा जाए।।


 काला रंग एक ऐसा रंग है,

 जिसे कुछ ने अशुभ ठहराया,

नहीं प्रतीक ये बुराई का,

 इसमें ही हर रंग समाया।।


 आओ हम भी इन रंगों की तरह,

 अपने अंदर एक ऊर्जा जगाए,

 सकारात्मकता ही सकारात्मकता हो,

जब भी हम कोई पर्व मनाएँ।।


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