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राहुल द्विवेदी 'स्मित'

Classics Inspirational

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राहुल द्विवेदी 'स्मित'

Classics Inspirational

रौशन खुदा करेगा

रौशन खुदा करेगा

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ये सोच मत मुकद्दर केवल दगा करेगा ।

हर तीरगी को इक दिन, रौशन खुदा करेगा ।।


है रात तो ये तय है कुछ पल में सुब्ह होगी ;

जो बेवफा है इक दिन, वो भी वफ़ा करेगा ।


ये खेल है खुदा का उसकी रज़ा पे छोड़ो ;

वो आज क्या करेगा वो कल में क्या करेगा ।


इक राह पे ही चलना यूँ तो बुरा नहीं है  ;

लेकिन यहीं करेगा तो कब नया करेगा ।


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