राष्ट्रीय शिक्षा दिवस
राष्ट्रीय शिक्षा दिवस
अलौकिक पुरुष मौलाना अबुल जी मक्का उस्मानी साम्राज्य में जन्मे थे
भारत के श्रेष्ठ पुरुष और सत्याग्रह के अहम क्रांतिकारी और सच्चे देशभक्त थे
राष्ट्र की शिक्षा नीति का वर्षो तक मार्गदर्शन करने वाले भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री भी थे
हमारे माननीय मौलाना अबुल कलाम आज़ाद जी हर व्यक्ति के मन को भाए थे
वह कुशल महापुरुष श्रेष्ठ वक्ता श्रेष्ठ इंकलाबी भी कहलाए थे।
कुशल क्रांतिकारी व पत्रकार बनके विरोधियों के नाक में दम कर आए थे
जिनका नाम लेते ही हर व्यक्ति के मन में श्रद्धा और सौहाद्र का भाव आता था
मौलाना अबुल कलाम आज़ाद के स्मृति में
आज हर भारतीय नागरिक राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाता है
अबुल जी एक राष्ट्रीय कवि थे अपने संवाद और विचारों से
समाज की मिथ्या विचारो का खण्डन भी करते थे
अबुल जी महात्मा गांधी जी के सिद्धांतो का समर्थन किया
हिंदू मुस्लिम के एकता के लिए भी अनेक कार्य किया
अबुल जी पाकिस्तान जैसे देश का सिद्धांतो का हमेशा से विरोध किया
मुस्लिम नेता बनके भारत के हर नागरिक के दिल पे राज किया
राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पे अबुल कलाम आजाद जो को याद किया जाता है।
उनकी अविस्मरणीय कार्यों को सदैव ही याद किया जाता है।
मौलाना जी शिक्षा को सर्वोच्च मानते थे
शिक्षा सबका अधिकार हो सभी हिंदू मुस्लिम भाई बहन सभी को अपना मानते थे
विश्वविद्यालय में मौलाना जी ने अनुदान किया सभी भारतीयों के लिए
ग्यारह वर्षो तक मौलाना जी ने शिक्षा के लिए कार्य किया
मौलाना जी जैसे महापुरुष की मृत्यु दिल्ली में हुई।
सभी भारतीय खेमे में जैसे कोई अनहोनी संकट हुई
अबुल जी आप को सदैव राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में याद किया जाएगा
आपके ऐतिहासिक अविस्मरणीय कृत्यों के सदैव लिए याद भी किया जाएगा।
