राम भक्त हनुमान
राम भक्त हनुमान
जय जय श्री राम भक्त हनुमान
करना अपने हर भक्त का कल्याण।
इस जग में तुम सा भक्त ना कोई हुआ होगा।
तुम्हारा ह्रदय में ही है श्री राम,
भ्राता लक्ष्मण और माता सीता का स्थान।
प्रभु तुम ऐसे भक्त निराले हो।
श्री राम से भी जीतने वाले हो।
श्री राम जी के मन में तुमसे ऊंचा न किसी का स्थान।
जय जय श्री राम भक्त हनुमान।
आपने सबकी बिगड़ी बनाई है।
जिस जिस ने भी तुमको ध्याया है,
प्रत्येक इच्छा उसकी पूर्ण हो आई है।
है बाल ब्रह्मचारी हे बलशाली।
तुमसा वीर ना कोई हुआ होगा।
फल समझ कर जो भक्षण कर जाए सूर्य का भी।
ऐसा बलशाली ना कोई हुआ होगा।
गुरु सूर्य से तुमने शिक्षा पाई।
अनहोनी यह कर दिखलाई।
सूर्य के रथ के साथ चल सके जो
केवल तुमने ही तो ऐसी गति पाई।
प्रभु मुझको भी अपना भक्त स्वीकारो।
अपने चरणों में मुझको दे दो स्थान।
