राही
राही
भगवान ने मुझे इतना काबिल बना दिया,
की कठिनाइयों से भरी कश्ती का
साहिल बना दिया।
मुश्किलें समेट कर सारे जहान की
जब कुछ नहीं बन पाया
तो मुझे जीने के काबिल बना दिया।
एक साथी कि चाह में,
निकला है राही,
साथी के बिना
राही को राह नहीं मिलती।
भगवान ने मुझे इतना काबिल बना दिया,
की कठिनाइयों से भरी कश्ती का साहिल बना दिया।