क़ायल आपके होते
क़ायल आपके होते
होती नजर ए इनायत तो क़ायल आपके होते
दिखती जो कुछ भी शराफ़त तो क़ायल आपके होते
कर लिया बर्दाश्त नाइन्साफ़ी भी उसकी
कर देते जो बग़ावत तो क़ायल आपके होते
धधकती झोपड़ी के आगे तक़रीर दे डाली
करते जो कुछ भी हिफ़ाज़त तो क़ायल आपके होते
रहे ख़ामोश उनकी ग़लतियों पर आप क्यों हज़रत
जो करते सच की हिमायत तो क़ायल आपके होते
झेले बहुत हमने ताने सारे आपके लेकिन
अगर करते न शिकायत तो क़ायल आपके होते
रहा करते अगर ख़ामोश बातों पर बुजूर्गों की
निभाते ये जो रिवायत तो क़ायल आपके होते
