प्यारे लगते हो.....
प्यारे लगते हो.....
रातों को जगते हो, राह हमारी तकते हो,
प्यार नहीं जब कहते हो, तो और भी प्यारे लगते हो !
गीत मेरे तुम गाते हो, देख कर शरमाते हो,
छुप छुप कर हमसे ही क्यों फिर हमको तकते हो,
प्यार नहीं जब कहते हो और भी प्यारे लगते हो !
इश्क की इस शीतल अग्नि में जलते और जलाते हो,
अगर नहीं हो मेरे तो फिर मुझको मुझसे क्यों लगते हो
प्यार नहीं जब कहते हो और भी प्यारे लगते हो।
नज़रें लाख चुरा लूं पर, नजर तुम ही आते हो
कैसे कह दूं जान तुम्हें तुम जान से प्यारे लगते हो
प्यार नहीं जब कहते हो और भी प्यारे लगते हो।

