प्यार
प्यार
ख़्वाब में बहुत आती एक सांवली लड़की
जब किसी गोरी लड़की देखता हूँ राहों में
याद आती है वो मासूम सी बहुत सूरत
सांसों में बसी उसके बेकली की ख़ुशबू है
बेखुदी में डूबी उसकी बहुत दिल की धड़कन
वो अगर मिले तो दिल को क़रार आयेगा
लब शराब गुल जैसे गाल है उसी की ही
देखता रहूँ उसको आंखभर करे है दिल
वो हसीन है आंखें चाल है गज़ब उसकी
वो भोली सूरत भाये को बहुत वही मेरे
देखो चूड़ियाँ पाने वो गोरी कलाई में
माथे पर लगी उसके बिंदिया लब पर सुर्खी
यार चाँद के जैसी लगती वो मुझे सूरत
दिल करे दीवाना मुस्कान उसकी ही मेरा
रोज़ इसलिए आते ख़्वाब रात दिन आज़म.

