प्यार
प्यार
उम्र की सीमा तोड़कर
हर उम्र में प्यार हो
जाता है
जरूरी नहीं कि
वह प्यार प्रेमी और प्रेमिका का ही हो
हर उम्र की अपनी अपनी जरूरतें होती है
और उस उम्र में
वह वह प्यार मिलना भी चाहिए
अगर आप किसी से प्यार करते हो
और बताना न पाते हो तो वह कसक दिल में
हमेशा रह जाती हैं।
अल्फाजों के परे प्यार की एक भाषा होती हैं
वहां शब्दों की जरूरत नहीं पड़ती
आंखों से ही इकरार और इनकार हो जाता है।
हां मैं तुमसे प्यार करती हूं ये यह बयां हो जाता है"
यह कोई प्रस्ताव नहीं है तुम्हारे सामने,
ना ही तुम्हें बता रही हूं, मैं तुम्हें जता रही हूं।