अब वक़्त हम पर मेहरबान है कवि बाजार में अपना भी नाम है। अब वक़्त हम पर मेहरबान है कवि बाजार में अपना भी नाम है।
आशा की एक किरण संसद से निकल पड़ी सरकार की ये योजना गाँव की ओर चल पड़ी आशा की एक किरण संसद से निकल पड़ी सरकार की ये योजना गाँव की ओर चल पड़ी
कागजी कार्यवाही सब हो गई बेकार मिसिंग फिफटी फोर केस सटिल बरकरार। कागजी कार्यवाही सब हो गई बेकार मिसिंग फिफटी फोर केस सटिल बरकरार।
उसे प्राप्त हो गयी सिद्धि.... मनचाही स्त्री के पाने का, उसे प्राप्त हो गयी सिद्धि.... मनचाही स्त्री के पाने का,
दूसरे प्राणियों की रक्षा के लिए अपने क्षण भंगुर प्राणों को उनके लिए बलि दे देते हैं दूसरे प्राणियों की रक्षा के लिए अपने क्षण भंगुर प्राणों को उनके लिए बलि ...
जब तस्वीर क्षितिज पर आई है, तब फूलों का प्रेम प्रस्ताव है आया जब तस्वीर क्षितिज पर आई है, तब फूलों का प्रेम प्रस्ताव है आया