तुम
तुम
मेरी हंसी में
मेरी खुशी में
मेरी आंखों में
मेरी बातों में
मेरे लहजे में
मेरे रोने में
मेरे हंसने में
मेरे आंसुओं में
मेरी नाराजगी में
तुमसे इतनी
दूरी तो नहीं है
क्या तुम खुद को
नहीं देख पा रहे।
मेरी हंसी में
मेरी खुशी में
मेरी आंखों में
मेरी बातों में
मेरे लहजे में
मेरे रोने में
मेरे हंसने में
मेरे आंसुओं में
मेरी नाराजगी में
तुमसे इतनी
दूरी तो नहीं है
क्या तुम खुद को
नहीं देख पा रहे।