प्यार कैसा होता है ?
प्यार कैसा होता है ?
प्यार कैसा होता है ?
पूछता फिरता एक पागल प्रेमी
बता दे कोई प्यार कैसा होता है ?
कलकल करती नदियां कहती :
जैसे धारा का अविरल प्रवाह होता है ।
गुनगुनाते भवरे कहते :
जैसे बंद पंखुड़ियों में इंतजार होता है ।
गगनगामी पंछी कहते :
जैसे अम्बर असीम होता है ।
सागर की लहरें कहती :
जैसे चाहतों का तूफान होता है।
ताल तलैया कहते :
जैसे कीचड़ में खिला कमल होता है ।
खुदा के बंदे कहते :
जैसे पवित्र पूजा होती है ।
दौलतवाले कहते :
जैसे और तिजारत होती है ।
लेकिन बहारें कहती :
जैसे खुसबुनुमा गुलशन होता है ।
मुझसे पूछो कह दूँगा :
जीने का खूबसूरत बहाना होता है
आप भी बताना जरा
प्यार कैसा होता है ?