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Neeta Chavda

Romance Classics

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Neeta Chavda

Romance Classics

प्यार है

प्यार है

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तुम कहते हो कि तुम्हें बारिश से प्यार है,

लेकिन उसमें चलने के लिए

तुम छाता इस्तेमाल करते हो,


तुम कहते हो कि तुम्हें सूरज से प्यार है,

लेकिन जब वह चमकता है

तो तुम छाया तलाश करते हो,


तुम कहते हो कि तुम्हें हवा से प्यार है,

लेकिन जब वह आती है

तो तुम खिड़कियां बंद कर देते हो,


इसलिए मैं डरता हूँ,

जब तुम कहते हो कि

तुम मुझे प्यार करते हो !


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