पूछ लो कभी उनसे भी
पूछ लो कभी उनसे भी
पूछ लो कभी उनसे भी,
तुम कहाँ गये थे कहाँ जा रहे हो।
इज्जत हमारी संभाल रहें हो
या संग दोस्तों के मौज उड़ा रहें हो
अगर हैं मित्र तुम्हारी कोई
उसको सम्मान दे रहे हो
या अपमान कर रहे हो।
कहीं राह चलती युवती से
अभद्रता या अश्लीलता तो नहीं की।
खाली समय में तुम क्या पढ़ रहे हों
बात मनोरंजन की हैं
या किसी महिला पर टिप्पणी कर रहे हो
बनाओ तुम उसे शेर दिलेर
पर महिला सम्मान में
आँखें नीचे करना सीखा देना
राह में देख महिला
गर्दन झुकाना सीख देना
सपने देखे उड़े अम्बर में
पर हारना भी सीखा देना
हारने से मिले दुख तो
बस जरा सा मुस्कुरा लेना।
आये बदले की भावना
माँ, बहन का अक्स देख लेना।
तुम बड़े हुए ही नहीं,
अगर छोटी हैं मानसिकता तुम्हारी
कोई हँस ले दो पल,
तो वो नहीं तुम्हारी
प्रेम का जाप कर
किसी को फंसा मत लेना
ये लड़कियां नाजुक हैं
ये मान कर कभी तुम
सीमा लांघ मत लेना
कुछ बुरा करने से पहले
अपनी माँ बहन को याद कर लेना।