पुरानी तस्वीरें
पुरानी तस्वीरें
कुछ गुज़रे साल उठाकर देखे
हमने आज तस्वीरों में
खोले कुछ पल जो कैद थे
काग़ज़ की ज़ंजीरों में
वक़्त से सौदा किया जो उम्र का
देखें पाया क्या इन सालों में
बस यादों का एक ख़ज़ाना था
और सफेदी थी इन बालों में
शक्ल हमारी बदलती गयी
पलटते एल्बम के पन्नों में
साल दर साल देखे बदलाव
आते गये हैं कैसे चेहरों में
ये दोस्त पुराने अपने थे
जो जुड़ गये हैं अब अन्जानों में
पहुँच गये हम फिर वापस
उन भूले बिसरे क़िरदारों में
कुछ हँसीं वादियाँ देखीं तो
फिर घूम उठे उन शहरों में
लगा रहे थे गोते हम
यादों की आती जाती लहरों में
बदलती गईं जैसे-जैसे
ब्लैक एण्ड व्हाइट तस्वीरें रंगों में
यादों का रुख कुछ उल्टा था
भर रहीं थीं रंग वो ब्लैक एण्ड व्हाइट तस्वीरों में
कुछ तस्वीरें तो बोल उठीं
खो गये हम उनकी बातों में
एक बार को तो यूँ लगा हमें
कि ले लिया है वक्त को हमने हाथों में
देख के उन तस्वीरों को
छलका कुछ पानी आँखों में
कुछ सूखे आँसू और मिले
काग़ज़ पर पीले पड़े निशानों में
गुज़रा वक़्त लौट नहीं सकता
प्रचलित है बात ज़माने में
फिर भी लगी रहती हैं ये
कुछ बीते लम्हे लौटाने में
ये 'आज' आज जो गुज़र रहा है
बदल जायेगा कल, 'कल' में
गर लौट के फिर जीना चाहो
तो इसको भी कैद करो तस्वीरों में।