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Randhir Singh Dheeru

Abstract

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Randhir Singh Dheeru

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"पति -पत्नी "

"पति -पत्नी "

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झगड़ा होता है कभी, पति पत्नी के बीच।

दिल का होता बोझ कम, अगर न उछले कीच।।

अगर न उछले कीच , टाल दे शंका पलती।

दोनों में से एक , मान ले अपनी गलती।।

कह धीरू कविराय ,गुजारा चलता तगड़ा।

बढ़ता है विश्वास , नहीं हो तलाक़ झगड़ा।।



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