"पति -पत्नी "
"पति -पत्नी "
झगड़ा होता है कभी, पति पत्नी के बीच।
दिल का होता बोझ कम, अगर न उछले कीच।।
अगर न उछले कीच , टाल दे शंका पलती।
दोनों में से एक , मान ले अपनी गलती।।
कह धीरू कविराय ,गुजारा चलता तगड़ा।
बढ़ता है विश्वास , नहीं हो तलाक़ झगड़ा।।
