पता नहीं ???
पता नहीं ???
किस्मत मेरी खराब है
या तुम्हारी
पता नहीं...
क्यों खड़ी होती है,
हमारी जिंदगी में मुश्किले
एक अनसुलझे धागों की तरह
जिसे जितना सुलझाओ
उतनी ज्यादा अलझती जाती है,
जो तोड़ती हैं
हमे और तुम्हें
हमारी झोली में खुशियाँ नहीं
या तुम्हारी जिंदगी में सिर्फ दर्द है
पता नहीं ...